पैरालिंपिक्स में अवनी लखेड़ा ने पहला गोल्ड,दिलाया।
पैरालिंपिक्स में अवनी लखेड़ा ने पहला गोल्ड दिलाया।
(फाइनल में 249.6 पॉइंट हासिल कर नया रिकॉर्ड बनाया)
पैरालिंपिक्स खेल (टोक्यो) सोमवार, 30 अगस्त 2021
अवनि लखेड़ा ने फाइनल में 249.6 पॉइंट हासिल किए, यह पैरालिंपिक्स खेलों के इतिहास का नया रिकॉर्ड है। अवनि को फाइनल में चीन की निशानेबाज ने कड़ी टक्कर दी, लेकिन फिर उन्होंने अपने अचूक निशाने से उन्हें हरा दिया। चीन की महिला शूटर झांग 248.9 अंक के साथ दूसरे नंबर पर रहीं और उन्होंने सिल्वर मेडल जीता और यूक्रेन की इरिना शचेतनिक ने 227.5 के साथ कांस्य पदक जीता।
19 साल की इस शूटर अवनी लखेड़ा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में गोल्ड पर कब्जा किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवनि लखेड़ा से फोन पर बात करके उन्हें गोल्ड मेडल जीतने की बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये जीत बड़े गर्व की बात है। अवनि ने भी पूरे देश से मिले सहयोग और बधाई पर खुशी जताई। पीएम मोदी ने टेलीफोन पर योगेश को भी सिल्वर मेडल जीतने पर बधाई दी है।
तीसरे और चौथे प्रयास में 104.9, 104.8 का स्कोर हासिल किया। फाइनल राउंड में उनका स्कोर 104.1 रहा, जिसके दम पर फाइनल में उन्होंने अपनी जगह बना ली। इससे पहले भारत के लिए भाविना पटेल ने टेबल टेनिन में सिल्वर, निशाद कुमार ने हाई जंप में सिल्वर और विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल रविवार को अपने नाम किए थे।
अवनी की मां श्वेता लखेड़ा व पिता प्रवीण लखेड़ा हैं। परिवार जयपुर में रहता है। अवनी के पिता प्रवीण लखेड़ा ने बताया कि 2012 में वह धौलपुर में कार्यरत थे। उसी दौरान जब वह जयपुर से धौलपुर जा रहे थे तो सड़क दुर्घटना में पिता-पुत्री दोनों घायल हो गए। प्रवीण लखेड़ा तो कुछ समय बाद स्वस्थ हो गए लेकिन अवनी को तीन महीने अस्पताल में बिताने पड़े फिर भी रीड की हड्डी में चोट के कारण वह खड़े होने और चलने में असमर्थ हो गई।