यमुना एक्सप्रेसवे पर जल्दी ही यूपी रोडवेज की बसें आम यात्री के लिए उपलब्ध होंगी।
यमुना एक्सप्रेसवे पर जल्दी ही यूपी रोडवेज की बसें आम यात्री के लिए उपलब्ध होंगी।
(उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बैठक में इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी जाएगी)
उत्तर प्रदेश (नोएडा) रविवार,29 जनवरी 2023
ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे पर कार सवार तो फर्राटा भरते हैं, लेकिन 5 जिलों से होकर गुजरने वाले इस महामार्ग पर आम आदमी के लिए आवागमन की सुविधाएं अब तक नहीं की बराबर हैं। अब इस समस्या का समाधान होने जा रहा है। दरअसल, यमुना एक्सप्रेसवे पर जल्दी ही यूपी रोडवेज की बसें आम यात्री के लिए उपलब्ध हो जाएंगी। उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बैठक में इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी जाएगी।
यूपी रोडवेज के पास बसों की कमी है। दूसरी तरफ राज्य के एक्सप्रेसवे अभी तक परिवहन निगम के अधिकार क्षेत्र में शामिल नहीं थे। अब राज्य सरकार में इन दोनों समस्याओं का समाधान कर लिया है। परिवहन विभाग अब प्रदेश के एक्सप्रेसवे पर निजी बसों के संचालन की अनुमति देने जा रहा है। नोएडा से आगरा के बीच यमुना एक्सप्रेसवे पर सबसे पहले निजी बसों का संचालन शुरू होगा। राज्य सड़क प्राधिकरण की 30 जनवरी को बैठक होगी। जिसमें इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर निजी बसों के संचालन की राह में दूसरा सबसे बड़ा रोड़ा एक्सप्रेसवे का अभी तक राज्य सड़क प्राधिकरण के अधीन नहीं होना था। दरअसल, यह एक्स्प्रेसवे जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड में बनाया है। जिस पर निजी स्वामित्व है।
अब 11 जनवरी को उत्तर प्रदेश सरकार ने एक शासनादेश जारी किया है। जिसके जरिए आगरा-नोएडा के बीच यमुना एक्सप्रेसवे को राज्य सड़क प्राधिकरण के दायरे में लाया गया है। इस शासनादेश के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर निजी बसों के संचलन का रास्ता साफ हो गया। आपको बता दें कि वर्ष 2012 में यमुना एक्सप्रेसवे का संचालन शुरू हुआ था। अब तक इस महत्वपूर्ण महामार्ग पर यूपी रोडवेज की सेवाएं शुरू नहीं हो पाई हैं। यह एक्सप्रेसवे गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा और हाथरस के बीच शानदार कनेक्टिविटी मुहैया करवाता है। दिल्ली-एनसीआर से लखनऊ तक सफर करने के लिए भी यह रास्ता महत्वपूर्ण है।
नोएडा से आगरा के बीच निजी बसों के संचलन के लिए राज्य सड़क प्राधिकरण की 30 जनवरी की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। अभी तक यमुना एक्सप्रेसवे पर अस्थायी अनुमति से निजी बसों का संचलन होता रहा है। इस महीने होने वाली एसटीए की बैठक के बाद निजी बसों के संचलन की राह आसान हो जाएगी। राज्य सड़क प्राधिकरण (एसटीए) की की बैठक में आगरा-नोएडा और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के रूट पर बसों के संचालन का प्रस्ताव आएगा। रोडवेज ने आगरा-नोएडा एक्सप्रेस-वे पर 20 और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 30 बसों के संचालन का प्रस्ताव दिया है।