भाजपा नेता संदीप कार्की के हत्याकांड का उधम सिंह नगर पुलिस ने किया खुलासा।
The overall crime rate in Saugeen Shores decreased by 2.5 per cent last year compared to the year before, according to Statistics Canada’s latest crime severity index.
भाजपा नेता संदीप कार्की के हत्याकांड का उधम सिंह नगर पुलिस ने किया खुलासा।
(घटना में शामिल 3 लोगों को किया गिरफ्तार)
उत्तराखंड (उधमसिंह नगर) सोमवार,16 मई 2022
उधमसिंह नगर के शान्तिपुरी न03 में हुए भाजपा नेता संदीप कार्की के लोमहर्षक हत्याकांड का उधम सिंह नगर पुलिस ने खुलासा करते हुए इस घटना में शामिल 3 लोगों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस इस हत्याकांड में और जांच पड़ताल में जुटी हुई है। घटना का खुलासा आज पुलिस ने करते हुए कहा कि शांतिपुरी के गोविन्द सामन्त श्री ट्रेडर्स खनन पट्टा खेतों के पास खनन के वाहनों को रास्ते से हटाने को लेकर संदीप सिंह कार्की पुत्र जगत सिंह कार्की निवासी शान्तिपुरी न० 3 थाना पन्तनगर जनपद उधमसिंहनगर व पंकज जोशी व दीपक सिंह मेहता पुत्र मोहन सिंह मेहता मोहन सिंह मेहता पुत्र भीम सिंह मेहता निवासीगण शान्तिपुरी न0 3 थाना पन्तनगर के बीच विवाद हो गया था।
मोहन सिंह व दीपक सिंह द्वारा मौके पर ललित मेहता को हथियार पिस्टल के साथ बुलाया गया व मौके पर तीनों ने एक राय होकर ललित मेहता ने पिस्टल से संदीप कार्की की छाती में गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गये।
मृतक के भाई किशन सिंह कार्की शान्तिपुरी न0 3 ने थाना पन्तनगर उधमसिंहनगर की तहरीर पर तत्काल ही दीपक सिंह मेहता पुत्र मोहनसिंह मेहता, मोहन सिंह मेहता पुत्र भीम सिंह मेहता ,ललित सिंह मेहता पुत्र मोहन सिंह मेहता निवासी शान्तिपुरी नD 3 के खिलाफ थाना पन्तनगर में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने घटना के खुलासे को लेकर के कई टीमें गठित की और मुखबिर तथा CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने आज लालकुआ रोड मन्दिर मस्जिद के पास मोहन सिंह मेहता पुत्र भीम सिंह मेहता को गिरफ्तार किया ।
घटना में शामिल ललित सिंह मेहता पुत्र मोहन सिंह मेहता का नगला वाई पास से आगे लालकुआ रोड पर गिरफ्तार किया गया तथा दीपक मेहता पुत्र मोहनसिंह मेहता को गिरफ्तार किया गया जिनसे विस्तृत पूछताछ की गयी।
पुलिस ने ललित मेहता की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक अदद देशी पिस्टल 32 बोर व घटना में प्रयुक्त कार क्रेटा को बरामद किया गया है। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि, उनके और मृतक संदीप सिंह कार्की के मध्य खनन कार्यों को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। हमको शक था कि हमारी जे०सी०बी खनन अधिकारियों से संदीप कार्की व पंकज जोशी की शिकायत पर पकड़ी गयी थी।
जिस पर हमे ढाई लाख रु जुर्माना देना पड़ा था जिस कारण रंजिश और गहरी हो गयी थी। हमारी जे0सी0बी का डाईवर घटना के दिन नहीं आया था। हमने पंकज जोशी को उसकी जेसीबी से गाड़ी भरने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया तब बात बढ़ गयी जिससे हमारी बेईज्जती हो गयी।
तब हमने अपना ट्रक रास्ता रोकने के लिए खड़ा कर दिया। जिससे विवाद बढ़ गया संदीप कार्की बीच बचाव करने लगा तथा पंकज जोशी का पक्ष लेने लगा तब ललित मेहता ने संदीप कार्की को अपनी पिस्टल से गोली मार दी और मौके से क्रेटा गाड़ी से फरार हो गये।