आज गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के तत्ववाधान में श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 553 वां प्रकाश पर्व धूम धाम से मनाया।
आज गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के तत्ववाधान में श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 553 वां प्रकाश पर्व धूम धाम से मनाया।
(गुरसिख ऐजुकेशन सोसाइटी रेसकोर्स ने बोर्ड परीक्षाओं में उत्तम प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों क़ो स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया)
उत्तराखंड (देहरादून) मंगलवार, 08 नवंबर 2022
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के तत्ववाधान में श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 553 वां प्रकाश पर्व गुरुद्वारा रेसकोर्स के खुले सुन्दर सजे पंडाल में श्रद्धा एवं उत्साह पूर्वक कीर्तन के रूप में मनाया गया।
प्रात: नितनेम, शब्द चौकी एवं अरदास के पश्चात भाई गुरप्रीत सिंह जी, हज़ूरी रागी श्री दरबार अमृतसर वालों ने आसा दी वार का शब्द “भईया अनन्द जगत विच कल तारन गुर नानक आइया ” का गायन कर संगत क़ो निहाल किया.हजूरी रागी भाई गुरदियाल सिंह जी ने शब्द “सत गुर नानक प्रगटिया मिटी धुंद जग चानन होइया ” राजपुरा से पधारे भाई अवतार सिंह जी ने शब्द ” भईया दीवाना साह का नानक बउराना ” भाई सतवंत सिंह जी हजूरी रागी जी ने शब्द ” सिद्ध चौरासी मंडली खट दर्शन पाखंड जीनाईया ” का गायन कर संगत क़ो निहाल किया।
गुरसिख ऐजुकेशन सोसाइटी रेसकोर्स ने बोर्ड परीक्षाओं में उत्तम प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों क़ो स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।बीबा परमसुःख कौर एवं इश्मीत कौर ने शब्द ” मन न डिगे तन काहे कउ डराये ” का गायन किया.दून इंटर नेशनल स्कूल, श्री गुरु नानक दून वेल स्कूल, गुरु नानक ऐकडमी आदि स्कूलों ने शब्द गायन किया।
इस अवसर पर उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल ले. जनरल (से. नि.)स गुरमीत सिंह जी ने पंडाल में पहुंच कर गुरु साहिब क़ो मत्था टेक आशीर्वाद लिया एवं उन्होंने ने संगत क़ो गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व कि संगत क़ो वधाई दी।
इस अवसर पर गुरद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान गुरबक्श सिंह राजन, महासचिव गुलज़ार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, चरणजीत सिंह, मनजीत सिंह, सतनाम सिंह, सेवा सिंह मठारु, गुरप्रीत सिंह जोली, सुरजीत सिंह, बलजीत सिंह सोनी, डी एस मान, गुरदीप सिंह टोनी, बलबीर सिंह साहनी, राजेंदर सिंह ,राजा देविंदर, सिंह मोंटी कलेर जी,जसविंदर सिंह गोगी सूर्यकान्त धस्माना, हरमोहिंदर सिंह, जसविंदर सिंह मोठी, मंच का संचालन देवेंद्र सिंह भसीन एवं सतनाम सिंह ने किया।