राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल। - Swastik Mail
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जिलाधिकारी सविन बंसल ने “जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार अभियान” के अंतर्गत न्याय पंचायतों एवं ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जा रहे बहुउद्देशीय शिविरों/कैम्पों की समीक्षा बैठक आयोजित की।पूर्व प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा मनरेगा की हत्या, SIR के ज़रिए वोट चोरी और नेशनल हेराल्ड में राजनीतिक बदले की साज़िश पूरी तरह बेनकाब।वार्षिक खेलकूद की विभिन्न स्पर्धाओं के नन्हें मुन्ने विजेताओं को किया पुरस्कृत।अपर्ण संस्था द्वारा जनपद पिथौरागढ़ की राजी जनजाति के 10 युवक-युवतियों को उत्तराखण्ड मानवाधिकार आयोग में शैक्षिक भ्रमण कार्यकम हेतु लाया गया।देहरादून में 20 से 28 दिसंबर 2025 तक रेंजर्स ग्राउंड में सहकारिता मेले का भव्य आयोजन किया जाएगा।

राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल।

 राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल।
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राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल।

 (शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं घुमतू बच्चे)

उत्तराखंड (देहरादून) रविवार, ,07 सितम्बर 2025

मा0 मुख्यमंत्री की प्रेरणा एवं निर्देशन में जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में बाल भिक्षावृत्ति, बाल मजदूरी से रेस्क्यू किए जा रहे बच्चों के मन रिफॉर्म हेतु आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर बनाया गया है, जहां से बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि देहरादून में बाल भिक्षावृत्ति निवारण के लिए भी एक विशिष्ट प्रयास किया जा रहा है, जिसके माध्यम से बालक-बालिकाओं को “भिक्षा की विवशता से निकालकर शिक्षा के अधिकार” से जोड़ा जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 3 रेस्क्यू वाहनों के साथ अंतरविभागीय टीम गठित की गई है।होमगार्ड, चाइल्ड हेल्पलाइन, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, पुलिस विभाग और कई गैर-सरकारी संस्थाओं को इस टीम में सम्मिलित किया गया है।

जिला प्रशासन की टीम द्वारा टीम द्वारा पहले चरण में 51 बच्चों को रेस्क्यू कराकर विभिन्न स्कूलों में डाला जा चुका है। दूसरे चरण में 31 बच्चों को राजकीय प्राथमिक विद्यालय परेड ग्राउंड और साधूराम इंटर कॉलेज में दाखिला दिलाया गया है।हम रेस्क्यू किए बच्चों के लिए डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की लागत से साधूराम इंटर कॉलेज में इंटेसिव केयर सेंटर का निर्माण भी करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस प्रयास को तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमारे राज्य का प्रत्येक बच्चा स्कूल नहीं जाने लगता।

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