टीएचडीसीआईएल ने देश के प्रथम 1000 मेगावाट वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट की प्रथम इकाई को पंप कंडेंसर मोड में सिंक्रोनाइज़ करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। - Swastik Mail
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टीएचडीसीआईएल ने देश के प्रथम 1000 मेगावाट वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट की प्रथम इकाई को पंप कंडेंसर मोड में सिंक्रोनाइज़ करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।

 टीएचडीसीआईएल ने देश के प्रथम 1000 मेगावाट वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट की प्रथम इकाई को पंप कंडेंसर मोड में सिंक्रोनाइज़ करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
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टीएचडीसीआईएल ने देश के प्रथम 1000 मेगावाट वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट की प्रथम इकाई को पंप कंडेंसर मोड में सिंक्रोनाइज़ करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।

(प्रथम यूनिट (250 मेगावाट) को पंप कंडेनसर मोड में भारतीय ग्रिड के साथ सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज़ किया)

उत्तराखंड (ऋषिकेश) शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025

श्री आर. के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसीआईएल ने अवगत कराया कि टीएचडीसीआईएल ने टिहरी में देश के प्रथम वेरिएबल स्पीड 1000 मेगावाट पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) के सफल कमीशनिंग की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इसके साथ ही इसकी प्रथम यूनिट (250 मेगावाट) को पंप कंडेनसर मोड में भारतीय ग्रिड के साथ5 सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज़ किया गया। पंप कंडेनसर सिंक्रोनाइज़ेशन 23 अप्रैल, 2025 को किया गया, जिसके फलस्‍वरूप देश के नवीकरणीय विद्युत बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई। सिंक्रोनाइज़ेशन के दौरान, यूनिट का प्रचालन संतोषजनक रहा और लगभग 10 मिनट के भीतर लगभग 4 मेगावाट, 13.6 डफकी जी खपत की गई।

श्री विश्नोई ने इस असाधारण उपलब्धि के लिए पीएसपी की टीम को हार्दिक बधाई देते हुए इस बात पर प्रकाश डाला कि यह एक नया मानक है, जो देश के सबसे बड़े जल विद्युत काम्‍पलेक्‍स, टिहरी जल विद्युत काम्‍पलेक्‍स को 2,400 मेगावाट की कुल संस्थापित क्षमता के साथ पूर्ण परिचालन के परिधि में ले जाएगा।

श्री विश्नोई ने आगे कहा कि यह उपलब्धि भारत के अक्षय ऊर्जा बुनियादी ढांचे को सुदृढ़  करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह उपलब्धि टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स को एक सतत और लचीले विद्युत भविष्य की ओर देश की प्रगति में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में स्थापित करती है। टिहरी पीएसपी लाखों उपभोक्ताओं को एक सतत और विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए अधिशेष ऑफ-पीक विद्युत को पीकिंग पावर में परिवर्तित करके उत्तरी ग्रिड को संतुलित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्‍य रूप से उच्च मांग के समय 1000 मेगावाट की कुल क्षमता के साथ, इस संयंत्र को ग्रिड को महत्वपूर्ण पीकिंग पावर सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

श्री शैलेन्‍द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसीआईएल द्वारा इस असाधारण उपलब्धि के लिए टिहरी पीएसपी टीम की हार्दिक सराहना की गई | उन्‍होंने यह भी कहा कि यह उपलब्धि देश की नवीकरणीय विद्युत यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जो सतत समाधानों को आगे बढ़ाने और देश के स्वच्छ विद्युत वितरण का समर्थन करने में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की महत्वपूर्ण भूमिका को सुदृढ़ बनाती है।

श्री भूपेंद्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), ने इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए टिहरी पीएसपी टीम को बधाई दी और टीम के समर्पण और अभिनव दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश में जलविद्युत परियोजनाओं के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया गया है। श्री गुप्ता ने कहा कि यह सफल समन्वय न केवल टीएचडीसी के लिए, बल्कि देश के संपूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। टिहरी पीएसपी हमारी प्रौ‍द्योगिकी कौशल और अत्याधुनिक तकनीकों के साथ देश की स्वच्छ विद्युत महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करने के हमारे संकल्प को दर्शाता है।

श्री सिपन कुमार गर्ग, निदेशक (वित्त), टीएचडीसीआईएल ने 1000 मेगावाट के टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट की प्रथम इकाई को पंप कंडेंसर मोड में सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज़ करने पर टिहरी पीएसपी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि देश की विद्युत के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने में इस परियोजना के रणनीतिक महत्व को दर्शाती है और सतत एवं लचीले विद्युत समाधानों के लिए हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

इस विशेष अवसर पर  श्री एल.पी. जोशी, कार्यपालक निदेशक (टिहरी कॉम्प्लेक्स), श्री ए.आर. गैरोला, मुख्‍य महाप्रबंधक/ईआईसी(पीएसपी), श्री एस.के. साहू, अपर महाप्रबंधक/प्रभारी(ईएम एंड एचएम पीएसपी), टीएचडीसीआईएल तथा मेसर्स जीईपीआईएल, टीएचडीसीआईएल सलाहकार मेसर्स ट्रैक्टबेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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