देहरादून के सेलाकुई स्थित होप टाउन स्कूल ने कोरोना काल में हजम कर लिये 9 लाख।
देहरादून के सेलाकुई स्थित होप टाउन स्कूल ने कोरोना काल में हजम कर लिये 9 लाख।
(पीड़ित परिजनों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गुहार लगाई )
उत्तराखंड (देहरादून) वीरवार, 2 सितंबर 2021
सेलाकुई स्थित होप टाउन स्कूल ने एक नया कारनामा कर दिखाया है। एक छात्रा के द्वारा सन् 2020 फरवरी में स्कूल में दाखिला लिया जो कि सन् 20-21, कक्षा 9वीं में लिया गया था। ड्राफ्ट द्वारा 9 लाख उन्नीस हजार रूपये जमा किये गये एवं जो रसीद दी गयी उसमें विभिन्न मदउों का विवरण दिया गया वो इस प्रकार है, एडमिशन फीसः-75,000/-, ट्यूशन फीसः- 89000/-, सैक्यूट्री डीपोजिट फीसः- 3,95000/, होस्टल फीसः- 3,06,000/-, इपेरेस्ट फीसः- 50,000/-, फीक्स सबसः- 4,000/- रूपये ।
स्कूल खुलने से पहले ही कोरोना आ गया एवं 1 दिन के लिये भी स्कूल नहीं खुले। छात्रा ने ना तो स्कूल एटेन्ड किया न ही होस्टल में रही और न ही अन्य गतिविधियां हुई। जनवरी माह में छात्रा के परिजन स्वयं तीन बार स्कूल गये, परन्तु सैक्यूट्री गार्ड ने लॉकडाउन बोलते हुये उन्हें ना ही स्कूल के अन्दर आने दिया और ना ही छात्रा का नाम कटवाने हेतु एप्लीकेशन फार्म दिया।होप टॉउन स्कूल का टेलीफोन नं. भी इस दौरान कटवा दिया गया, जिससे संपर्क सूत्र भी बंद हो गया।
फरवरी-2021 में जब दुसरे नं0 पर बात हुई तो उन्होंने कहा कि आप मेल करे तभी नाम कटेगा, और फरवरी 2021 में नाम काट दिया गया। नाम काटने के बाद छात्रा से और पेसे मांगे गये, जबकि छात्रा द्वारा जमा सैक्यूट्री डिपोजिट, होस्टल फीस, आदि लाखों रूपये स्कूल के पास जमा थे।
उत्तराखण्ड सरकार एवं माननीय हाई कोर्ट का आदेश था कि ट्यूशन फीस के अलावा कोई और फीस नही ली जायेगी, परन्तु स्कूल वालों का कहना है कि हम यह पैसे वापस नहीं करेंगे।छात्रा के परिवार में कोरोना काल में अत्याधिक क्षति हो चुकी है, एवं आर्थिक रूप से टूट चुके है, इसलिए उन्होंने छात्रा का नाम कटवा दिया था।यह एक छात्र के साथ नहीं बल्कि सैकड़ों छात्रों के साथ हुआ है, यनि करोड़ो रूपये की हेराफेरी की गयी है।