पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी पर राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज किया।
पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी पर राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज किया।
(योगी सरकार पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप)
उत्तर प्रदेश, मंगलवार , 07 सितंबर 2021
योगी सरकार पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। बरेली के अपर पुलिस महानिदेशक अविनाश चंद्र ने सोमवार को बताया कि डॉ. कुरैशी शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद आजम खां के परिवार का हाल लेने रामपुर गये थे। इस दौरान उन्होने पत्रकारों से बातचीत में सीतापुर जेल में निरूद्ध श्री खां पर ज्यादती करने के आरोप लगाते हुये योगी सरकार के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।
पूर्व राज्यपाल की टिप्पणी से आहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता आकाश सक्सेना ने रविवार रात डॉ. कुरैशी के खिलाफ रामपुर के सिविल लाइंस थाने में आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी,124 ए (राजद्रोह) और 505 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उन पर आगे कार्रवाई होगी।
भाजपा नेता सक्सेना का आरोप है कि कुरैशी सपा नेता आजम खान के घर गए और उनकी पत्नी तज़ीन फातमा से मिलने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए अपमानजनक बयान दिया और योगी आदित्यनाथ सरकार की तुलना ‘राक्षस, शैतान और खून पीने वाले दरिंदे’ से कई। सक्सेना ने कहा कि अजीज कुरैशी की यह टिप्पणी दो समुदायों के बीच तनाव और नफरत फैलाने के लिए थी।
भाजपा नेता ने कहा, ‘उनका जान-बूझकर दिया गया यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसकी वजह से रामपुर सहित पूरे प्रदेश में माहौल बिगड़ सकता है।
उन्होंने शिकायत में कहा, ‘कुरैशी ने अपने बयान में आजम के खिलाफ कार्रवाई को इंसान और दानव के बीच की लड़ाई करार दिया. यह बयान दो समुदायों के बीच तनाव और समाज में अशांति पैदा कर सकता है।
राजद्रोह का मामला दर्ज होने पर पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया। उन्होंने कहा, ‘मुझे राजनीतिक तौर पर नुकसान पहुंचाने और जनता को भ्रमित करने के लिए मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया. मैंने कहा था कि जिस तरह मौजूदा दौर में अत्याचार बढ़ा है, पहले ऐसा नहीं था. मैंने किसी के खिलाफ बयान नहीं दिया।सक्सेना ने पुलिस को विभिन्न चैनलों में प्रसारित कुरैशी के बयान की एक कॉपी पेन ड्राइव में भी मुहैया कराई है।
पुलिस का कहना है कि मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही हैं और कानून के के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कुरैशी कांग्रेस के सदस्य रहे हैं, जो 2014-15 में मिजोरम के राज्यपाल पद पर रह चुके हैं।उनके पास कुछ समय के लिए उत्तर प्रदेश का प्रभार भी था।