तेज बारिश की वजह से उत्तराखंड में नदियों का जलस्तर बड़ा।

तेज बारिश की वजह से उत्तराखंड में नदियों का जलस्तर बड़ा।
(विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट)
उत्तराखंड (देहरादून) 19.6.2021
उत्तराखंड में बारिश का दौर शुरू हो गया है। पहाड़ी जिलों में बारिश अपने साथ आफत भी लाई है। जगह-जगह सड़कें बंद है। वहीं अब नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है, जिससे लोग दहशत में आ गए।ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने से प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। पिथौरागढ़ से लेकर हरिद्वार तक अलर्ट जारी होने के साथ ही तटीय क्षेत्र से लोगों को हटाया जाने लगा है।चमोली और श्रीनगर में भी अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर बढ़ गया। रुद्रप्रयाग में भी ये दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। पिथौरागढ़ जिले में काली नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच जाने के बाद अधिकारियों को उसके किनारे बसे गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने कहा कि नदी 889.60 मीटर पर बह रही है, जबकि उसका खतरे का निशान 890 मीटर पर है।
धारचूला से झूलाघाट के बीच अलर्ट जारी कर दिया गया है। अधिकारियों को निर्देश देने के अलावा सीमा सड़क संगठन और लोक निर्माण विभाग सहित सभी संबंधित एजेंसियों को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है।चमोली, रुद्रप्रयाग और श्रीनगर में भी अलकनंदा और मंदाकिनी नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुच गई। उधर, कुमाऊं में धौली और काली नदी के जलस्तर में और अधिक वृद्धि हो गई है। रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। लगातार हो रही बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। अलकनंदा नदी 627 और मंदाकिनी नदी 626 मीटर पर बह रही हैं, जो मूल बहाव से दो मीटर ऊपर है।श्रीनगर में भी अलकनंदा नदी का जल स्तर बढ़ गया। बढ़ते जल स्तर और नदी में आ रहे मलबे को देखते हुए श्रीनगर जल विद्युत परियोजना झील से पानी छोड़ा गया। धारचूला की धौली नदी के उफनाने से एनएचपीसी प्रशासन ने धौलीगंगा परियोजना के छिरकिला डैम के तीनों गेट खोल दिए हैं। इससे धौली और काली के जलस्तर में और अधिक वृद्धि हो गई है। वहीं नैनीताल में झील का जलस्तर 4 इंच बढ़कर तीन फुट एक इंच दर्ज किया गया।