प्रबन्ध निदेशक एन एस निर्वाण ने बताया कि सौर कृषि आजीविका योजना कार्यशाला में विभिन्न जिलो से आए किसानो व डेवलपरों ने भाग लिया।
प्रबन्ध निदेशक एन एस निर्वाण ने बताया कि सौर कृषि आजीविका योजना कार्यशाला में विभिन्न जिलो से आए किसानो व डेवलपरों ने भाग लिया।
(इस योजना के माध्यम से किसानों एवं सोलर डवलपर्स दोनों को आर्थिक फायदा मिलेगा)
राजस्थान (अजमेर) वीरवार, 01 जून 2023
राज्य सरकार ने किसानों की बंजर एवं अनुपयोगी पड़ी भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना में मदद के लिए शुरू की गयी सौर कृषि आजीविका योजना से जुडे किसानों एवं डेवलपर्स हेतु मुख्यालय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई।
प्रबन्ध निदेशक श्री एन एस निर्वाण ने बताया कि कार्यशाला में विभिन्न जिलो से आए किसानो व डेवलपरों ने भाग लिया। इस दौरान प्रतिभागियो को इस योजना व सौर ऊर्जा आजीविका योजना पोर्टल के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में शुरू की गई सौर कृषि आजीविका योजना की बेहतर क्रियान्विति और अधिक प्रचार-प्रसार के हेतु प्रतिभागियो द्वारा सुझाव भी प्राप्त हुए।
श्री निर्वाण ने बताया की इस योजना के माध्यम से किसानों एवं सोलर डवलपर्स दोनों को आर्थिक फायदा मिलेगा साथ ही अजमेर डिस्कॉम को और अधिक बिजली मिल सकेगी। बैठक में डवलपर्स को इस योजना में आगे के प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से बताया गया। प्रबंध निदेशक ने डवलपर्स तथा किसानों को आ रही समस्याओं के बारे में भी जाना तथा मौके पर ही समस्याओं के निदान के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए।
प्रबंध निदेशक श्री निर्वाण ने बताया कि राज्य सरकार की इस योजना के माध्यम से प्रदेश के किसानों को अब बिजली के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। डिस्कॉम इस योजना के तहत किसानों को दिन में सौर ऊर्जा से बिजली सप्लाई करने की तैयारी कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगे जीएसएस के निकट खाली या बंजर जमीन पर डिस्कॉम सौर ऊर्जा कृषि आजीविका योजना के तहत सौर ऊर्जा प्लांट लगवाने जा रहा है। इसी प्लांट से किसानों को फसल में पानी देने के लिए बिजली सप्लाई होगी। सौर ऊर्जा से बिजली मिलने के बाद जीएसएस से होने वाली सप्लाई ग्रामीण क्षेत्रों में घरों के लिए रिजर्व रखी जा सकेगी। बंजर या खाली जमीन भी किसानों की होगी। डिस्कॉम जितनी जमीन किसान से सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए लेगा, उसकी एवज में एक निर्धारित राशि हर माह किसान को किराए के रूप में दी जाएगी। यह योजना पीपीपी मोड पर संचालित होगी।
श्री निर्वाण ने बताया कि योजना में कोई भी किसान आवेदन कर सकता है। इसके लिए सौर ऊर्जा आजीविका का ऑनलाइन पोर्टल तैयार करवाया गया है। योजना के तहत गांव में 33 या 11 केवी जीएसएस के आसपास के किसान सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए अपनी जमीन को लीज पर देने के लिए सौर ऊर्जा आजीविका पोर्टल पर अपना पंजीयन करवा सकते हैं। इसी तरह डवलपर भी पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है। पोर्टल पर भूमि का पंजीकरण करने के बाद देख सकेंगे कि कितनी भूमि सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए किसान ने पोर्टल पर पंजीकृत की है। किसानों को समय पर पूरी लीज राशि मिल सके, इसके लिए डिस्कॉम को मिलने वाला बिजली का भुगतान विकासकर्ता को किए जाने वाले भुगतान में से डिस्कॉम लीज राशि काट कर सीधे किसानों को करेगा।