पौड़ी के जसपाल चौहान एक बार फिर एक गरीब परिवार मदद।
पौड़ी के जसपाल चौहान एक बार फिर एक गरीब परिवार मदद।
(रामपाल असवाल की चंडीगढ़ में रहने एवम कानूनी सहायता की सहयोग)
उत्तराखंड (देहरादून) मंगलवार, 23 मई 2023
कोरोना काल में उत्तराखंडी प्रवासियों की सहायता करने वाले पौड़ी के जसपाल चौहान एक बार फिर एक गरीब परिवार के लिए उम्मीद की किरण बने। हैप्पी असवाल आयु 21 वर्ष पुत्र श्री रामपाल असवाल ( निवासी ग्राम बड़कोट पट्टी मनारस्यूं, जिला पौड़ी गढ़वाल) चंडीगढ़ से सटे जीरकपुर स्थित जिंजर होटल होटल में बतौर सैफ काम करता था। गत 4 मई को जिंजर होटल से श्री रामपाल असवाल जी को खबर मिली की उनके बेटे हैप्पी असवाल ने आत्म हत्या कर ली है।श्री रामपाल असवाल आनन फानन में जीरकपुर पहुंचे जहां उनको बेटे का शव उसके कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला।मौके पहुंची स्थानीय पुलिस और हैप्पी के सहकर्मियों ने बताया की हैप्पी ने आत्म हत्या की है।हालांकि हैप्पी के पिता ने कहा कि मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता है।संदिग्ध परिस्थितियों में हुई इकलौते बेटे के मौत से लगे सदमे से श्री रामपाल असवाल अपने बेटे के शव को अपने पैतृक गांव ले गए।
उनको ऐसा लगा की मेरे का कत्ल हुआ है और वे अपने बेटे के मौत के कारणों का पता लगाने/उसको न्याय दिलाने के लिए फिर से चंडीगढ़ जाने को तैयार हो गए परंतु अनजान शहर में कौन साथ देगा ? कहां रहूंगा ? ये चिंता असवाल जी को सताने लगी ऐसे में श्री रामपाल असवाल ने जागो उत्तराखंड के चीफ एडियर श्री आशुतोष नेगी के माध्यम से गढ़वाल सभा के महासचिव से संपर्क स्थापित कर उक्त घटना कर्म की जानकारी दी ।तत्पश्चात श्री जसपाल चौहान ने गढ़वाल सभा चंडीगढ़ के सहयोग से श्री रामपाल असवाल जी के रहने एवम कानूनी सहायता का आश्वासन दिया।
श्री रामपाल जी के चंडीगढ़ पहुंचने पर ट्राई सिटी चंडीगढ़ के विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी गढ़वाल सभा चंडीगढ़ के प्रधान श्री विक्रम बिष्ट जी के नेतृत्व में संबंधित क्षेत्र के SHO से मिले और उक्त प्रकरण के बारे में अवगत करा कर उचित कार्यवाही की मांग की।
संबंधित थाने SHO ने मौके पर उपस्थित हैप्पी के सहकर्मियों से गहन पूछताछ की जिसमें हैप्पी के हत्या की कोई साक्ष्य नहीं मिला है, और उन्होंने आश्वासन दिया है कि यदि पोस्टमार्टम/ विसरा रिपोर्ट एवम कॉल डिटेल्स के माध्यम से कोई भी साक्ष्य सामने आता है तो दोषियों को सजा दिला कर रहेंगे।
फिलहाल SHO/ जांच अधिकारी ने मौके पर उपस्थित सभी गवाहों के बयान दर्ज कर लिए हैं।इस पूरे प्रकरण में श्री रामपाल असवाल ने जागो उत्तराखंड के संपादक श्री आशुतोष नेगी, जसपाल चौहान तथा गढ़वाल सभा चंडीगढ़ का आभार जताया उन्होंने कहा कि काश मुझे पहले पता होता कि पहाड़ी समाज चंडीगढ़ में इस प्रकार एक जुट है तो आज मेरे बेटे के केस की स्थिति कुछ और होती।
बहरहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक श्री रामपाल असवाल अपने गांव वापस लौट गए हैं।उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को न्याय दिलाने हेतु में गढ़वाल सभा चंडीगढ़ सहित सभी उत्तराखंडी संस्थाओं का हमेशा ऋणी रहूंगा।