वार्षिक सामान्य निकाय AGM की बैठक में राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद देहरादून के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत के द्वारा दिये गये प्रस्ताव / सुझाव को पारित किया गया।
वार्षिक सामान्य निकाय AGM की बैठक में राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद देहरादून के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत के द्वारा दिये गये प्रस्ताव / सुझाव को पारित किया गया।
(प्रशासकीय कमेटी द्वारा सर्वसम्मति से आकस्मिक ऋण की सीमा दो लाख रूपये को बढाकर तीन लाख रूपये कर दिया गया)
उत्तराखंड (देहरादून) सोमवार, 08 दिसम्बर 2025
वार्षिक सामान्य निकाय AGM की बैठक में राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद देहरादून के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत के द्वारा दिये गये प्रस्ताव / सुझाव को पारित किया गया।
समिति के समस्त सम्मानित सदस्यों को सूचित किया जाता है कि दिनॉक-27 सितम्बर 2025 को सम्पन्न हुई समिति की वार्षिक सामान्य निकाय AGM की बैठक में सम्मानित उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद देहरादून के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत के द्वारा दिये गये प्रस्ताव / सुझाव के क्रम में प्रशासकीय कमेटी की मासिक बैठक दिनांक 28 नवम्बर 2025 को प्रशासकीय कमेटी द्वारा सर्वसम्मति से आकस्मिक ऋण की सीमा ₹2,00,000 (दो लाख रूपये) को बढाकर ₹ 3,00,000 (तीन लाख रूपये) कर दिया गया है। ज्ञात हो कि इससे पूर्व भी गत वर्ष की AGM वार्षिक सामान्य निकाय की बैठक में प्राथमिक संघ देहरादून के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत के द्वारा आकस्मिक लोन सीमा को ₹ 1 लाख से बढ़ा कर ₹2 लाख करने को प्रस्तावित किया गया था। यह कि ₹3 लाख की आकस्मिक लोन 1 जनवरी 2026 से सदस्यों को देय होगा, जिसकी वसूली 20 मासिक किस्तों में होगी।
इसके अतिरिक्त मृत सदस्यों के परिवार को दी जाने वाली आर्थिक सहायता की धनराशि ₹ 1,50,000 (एक लाख पचास हजार रूपये) से बढाकर ₹ 2,00,000 (दो लाख रूपये) कर दी गई है, जो 1 अप्रैल 2026 से मृत सदस्य के परिवार को देय होगी, तथा इस मद हेतु सदस्यों से ली जाने वाली अशंदान की धनराशि ₹ 500 (पांच सौ रूपये) के स्थान पर ₹800 (आठ सौ रूपये) प्रत्येक सदस्य से माह जून 2026 में सदस्यों की जमा धनराशि से ली जायेगी।
जनपद देहरादून के सभी शिक्षकों के द्वारा आकस्मिक लोन सीमा को ₹2 लाख से ₹3 लाख बढ़ा दिए जाने के आदेश को निर्गत करवाने हेतु जिलाध्यक्ष देहरादून का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया है।
इस निर्णय पर सभी शिक्षक सदस्यों के द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा भी की जा रहीं है।