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नवजात शिशु की मौत को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का रवैया सख्त।

 नवजात शिशु की मौत को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का रवैया सख्त।
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नवजात शिशु की मौत को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का रवैया सख्त।

(जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग करेंगे अलग-अलग जांच)

उत्तराखंड (अल्मोड़ा) मंगलवार, 09 मई 2023

सरकारी अस्पताल से रेफर नवजात की हायर सेंटर ले जाते समय हुई मौत के प्रकरण को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस मामले में परिजनो को सख्त कार्रवाई का भरोसा देते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक एवं जिलाधिकारी को प्रकरण की जांच के आदेश दिये है। डॉ. रावत ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महानिदेशक से एक सप्ताह के भीतर प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

नगर से लगे फलसीमा निवासी आरती आर्या के नवजात शिशु की मौत का संज्ञान लेते हुये सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने इसे दुःखद घटना बताया है। मंत्री ने कहा कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी व विभागीय स्तर पर अलग-अलग जांच कराई जायेगी। जांच में जो भी दोषी पाया जायेगा उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।

मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि इस तरह की घटना को कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महानिदेशक को एक सप्ताह के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये गये हैं। रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो तथा अस्पताल आने वाले किसी भी मरीज के उपचार में लापरवाही न हो सके।

फलसीमा गांव निवासी आरती आर्या पत्नी अंकित आर्या को बीते 6 मई यानि शनिवार सुबह प्रसव पीड़ा होने पर परिजन टैक्सी बुक कर उसे अस्पताल ला रहे थे। एनटीडी के पास पहुंचने पर उसने टैक्सी में ही शिशु को जन्म दे दिया। इसके बाद परिजन जच्चा बच्चा को लेकर महिला अस्पताल पहुंचे।

परिजनों के मुताबिक अस्पताल प्रशासन ने नवजात का वजन कम होने और प्रीमेच्योर होने पर उसे बेस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि नवजात को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसे एनआईसीयू की जरूरत थी। परिजन 10 बजे बच्चे को लेकर बेस अस्पताल पहुंचे। एनआईसीयू फुल होने पर वहां से भी डॉक्टर ने नवजात को रेफर कर दिया।

परिजन 108 एंबुलेंस से नवजात को हल्द्वानी ले जा रहे थे। बताया जा रहा है कि रास्ते में ऑक्सीजन खत्म हो गई। भीमताल में ऑक्सीजन सिलिंडर बदला गया। सिलिंडर बदलने में भी काफी समय बर्बाद हो गया। इसके बाद सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी पहुंचे तो डॉक्टर ने नवजात को मृत घोषित कर दिया।

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