पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने पार्टी की हार के लिए गुटबाजी बताया।
पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने पार्टी की हार के लिए गुटबाजी बताया।
(प्रदेश से जिला स्तर तक संगठनात्मक ढांचे में बदलाव करना चाहिए था)
उत्तराखंड (देहरादून) शुक्रवार, 18 मार्च 2022
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद घमासान मचा हुआ है। नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। जिससे पार्टी में अंतर्कलह बढ़ती जा रही है। रणजीत रावत, प्रीतम सिंह, पूर्व सीएम हरीश रावत के बाद अब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल भी घमासान में कूद पड़े हैं। कुंजवाल के बयान से घमासान मच गया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने पार्टी की हार के लिए गुटबाजी को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए गणेश गोदियाल को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के बदले जाने के बावजूद टीम नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की थी। जिससे कितना सहयोग मिला होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
कुंजवाल ने कहा कि जब बदलाव ही करना था तो प्रदेश से जिला स्तर तक संगठनात्मक ढांचे में करना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। नया अध्यक्ष बनने के बाद इसकी स्वीकृति लाने का काम प्रदेश प्रभारी का होता है, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। यही वजह रही कि पुरानी टीम होने से प्रदेश अध्यक्ष अकेले पड़ गए।