छोटे अस्पतालों के संचालकों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की।
             
      छोटे अस्पतालों के संचालकों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की।
(क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में छूट देने की मांग की)
उत्तराखंड (देहरादून) बुधवार, 01 दिसम्बर 2021
आइएमए ने राज्य सरकार से छोटे अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में छूट देने की मांग की है।
आइएमए के प्रदेश सचिव डा. अजय खन्ना ने बुधवार को आइएमए ब्लड बैैंक में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के नियमों के चलते छोटे अस्पतालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तीस बेड और उससे कम वाले अस्पतालों को एक्ट मेंं छूट देने की मांग लंबे वक्त से की जा रही है। स्वास्थ्य महानिदेशालय व स्वास्थ्य सचिव के स्तर से उक्त प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल चुकी है। पर मामला न्याय विभाग में लंबित है। इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में यह व्यवस्था लागू है।
डा. खन्ना ने कहा कि अस्थायी पंजीकरण के रूप में भी अस्पतालों पर अत्याधिक बोझ डाला जा रहा है। पंजीकरण अवधि समाप्त होने पर नवीनीकरण की बजाय पुन: पंजीकरण किया जा रहा है। जिसमें पूरा शुल्क देना होता है। जबकि एक्ट में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। दिल्ली की तरह 50 बेड व उससे कम वाले अस्पतालों को ईटीपी व एसटीपी में छूट की मांग भी उन्होंने की। उन्होंने कहा कि इस विषय में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से बात की गई।
इस मामले सरकार के स्तर से ही कार्रवाई हो सकती है। उन्होनें एक्ट के तहत अपराध को गैर जमानती बनाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि कोविड की पहली व दूसरी लहर में इस बीमारी की रोकथाम व उपचार में निजी अस्पतालों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।उम्मीद है कि सरकार भी निजी अस्पतालों के हित में फैसला लेगी।
इस दौरान आइएमए की केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य डा. डीडी चौधरी, जिलाध्यक्ष डा. अमित सिंह. आइएमए ब्लड बैंक के निदेशक डा. संजय उप्रेती आदि भी मौजूद थे।