अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास निधि IFAD मुख्यालय, रोम (इटली) में ऐतिहासिक ‘India Day Event’ का आयोजन किया। - Swastik Mail
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प्रेमनगर के पूर्व पार्षद हितेश गुप्ता का अवैध निर्माण को आखिर क्यों दिया जा रहा है सरक्षण।मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने अवगत कराया है कि “जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार अभियान” के अंतर्गत न्याय पंचायतों/ग्राम पंचायतों में बहुउद्देशीय शिविर/कैम्प आयोजित किए जाएंगे।अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास निधि IFAD मुख्यालय, रोम (इटली) में ऐतिहासिक ‘India Day Event’ का आयोजन किया।एक और एजेंसी आई डीएम की क्यूआरटी के निशाने पर; यूपीसीएल पर 02 माह का लगा प्रतिबन्ध; कार्य अनुमति निरस्त।महानिदेशक, कृषि एवं उद्यान, उत्तराखण्ड शासन श्रीमती वंन्दना द्वारा रेशम निदेशालय प्रेमनगर देहरादून का निरीक्षण किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास निधि IFAD मुख्यालय, रोम (इटली) में ऐतिहासिक ‘India Day Event’ का आयोजन किया।

 अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास निधि IFAD मुख्यालय, रोम (इटली) में ऐतिहासिक ‘India Day Event’ का आयोजन किया।
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अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास निधि IFAD मुख्यालय, रोम (इटली) में ऐतिहासिक ‘India Day Event’ का आयोजन किया।

(विश्व के लगभग 60 देशों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया)

उत्तराखंड (देहरादून) बुधवार, 17 दिसम्बर 2025

अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास निधि (IFAD) के मुख्यालय, रोम (इटली) में दिनांक 9 दिसम्बर 2025 को IFAD के अंतरराष्ट्रीय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा पहली बार “India Day Event” का भव्य एवं ऐतिहासिक आयोजन किया गया। कार्यक्रम में IFAD के अध्यक्ष सहित विश्व के लगभग 60 देशों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। भारत सरकार की ओर से वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग (Department of Economic Affairs – DEA) के अपर सचिव, ग्रामीण विकास विभाग के उप सचिव तथा इटली स्थित भारतीय दूतावास के प्रतिनिधि डॉ. बाला जी, IAS की गरिमामयी उपस्थिति रही। यह IFAD के इतिहास में पहली बार आयोजित किसी एक देश को समर्पित विशेष कार्यक्रम था।

कार्यक्रम के दौरान भारत एवं IFAD के मध्य 50 वर्षों की सुदृढ़ एवं दीर्घकालिक साझेदारी को रेखांकित किया गया।

इस अवसर पर REAP की प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुश्री झरना कमठान द्वारा उत्तराखंड राज्य में IFAD के सहयोग से वर्ष 2013 से 2021 तक संचालित एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना (ILSP) एवं वर्ष 2022 से संचालित REAP परियोजना के माध्यम से पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका विकास के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों और स्थानीय उत्पादों की प्रोसेसिंग पैकेजिंग और मार्केटिंग हेतु विकसित किए गए ब्रांडो Hilans और House of Himalayas (HoH)की जानकारी प्रस्तुत की गई।

ILSP के अंतर्गत विकसित उद्यम विकास मॉडल की सफलता को दृष्टिगत रखते हुए IFAD द्वारा इसे राज्य भर में Replicate करने के उद्देश्य से ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (Rural Enterprise Acceleration Project – REAP) को स्वीकृति प्रदान की गई। वर्तमान में REAP परियोजना के अंतर्गत राज्य के लगभग 5.60 लाख परिवारों से जुड़े 60 हजार स्वयं सहायता समूह (SHGs), 10 हजार ग्राम संगठन (VOs) तथा 601 क्लस्टर लेवल फेडरेशन (CLFs) के साथ उद्यम स्थापना, कौशल विकास एवं सतत आजीविका संवर्धन के कार्य प्रभावी रूप से किए जा रहे हैं।

सुश्री कमठान द्वारा उपरोक्त वैश्विक मंच पर अवगत कराया गया कि ग्रामीण उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से ILSP के अंतर्गत Hilans ब्रांड की स्थापना की गई, जिसके माध्यम से स्थानीय एवं पारंपरिक उत्पादों को संगठित बाजार से जोड़ा गया। इसी अनुभव के आधार पर REAP परियोजना के अंतर्गत राज्य सरकार की कंपनी House of Himalayas (HoH) Ltd. का गठन किया गया, जो उत्तराखंड के जैविक, पारंपरिक एवं विशिष्ट हिमालयी उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांड पहचान दिलाने का कार्य कर रही है।

परियोजना के अंतर्गत किए जा रहे नवाचारों, महिला सशक्तिकरण, उद्यम आधारित आजीविका मॉडल तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़े सकारात्मक प्रभावों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुतीकरण में यह स्पष्ट किया गया कि किस प्रकार REAP परियोजना ग्रामीण महिलाओं, युवाओं एवं कृषकों को स्वरोजगार, उद्यमिता एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बना रही है।

कार्यक्रम के अवसर पर REAP के उप निदेशक श्री महेंद्र सिंह यादव द्वारा House of Himalayas (HoH) Ltd. के अंतर्गत विकसित विभिन्न सामुदायिक उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित किया गया। इन उत्पादों की गुणवत्ता, पैकेजिंग, ब्रांडिंग एवं बाजार संभावनाओं की IFAD के अध्यक्ष एवं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्यों द्वारा सराहना की गई। यह उपलब्धि उत्तराखंड राज्य के लिए गौरव का विषय है, जिससे राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादित वस्तुओं को वैश्विक पहचान प्राप्त हुई है।

यह आयोजन भारत की ग्रामीण विकास उपलब्धियों को वैश्विक मंच पर प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने के साथ-साथ भविष्य में भारत–IFAD सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुआ है।

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