राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल। - Swastik Mail
Breaking News
युवा सेना अध्यक्ष सागर रघुवंशी के नेतृत्व में निजी व पब्लिक स्कूलों द्वारा शिक्षा के नाम पर हो रहे शोषण के विरुद्ध युवा सेना (शिव सेना) ने दिया SDM साहिबा स्मिता पवार जी को ज्ञापन।जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में जनपद देहरादून में SIR  के अंतर्गत विधानसभावार चल रही मैपिंग कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।सार्वजनिक सुविधाओं के लिए रात में सर्शत सड़क खुदाई की अनुमति, क्यूआरटी करेगी मानकों की निगरानी।उत्तराखंड के 307 किसानों ने कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) योजना का उठाया लाभ: कृषि राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर।देहरादून समाज कल्याण विभाग की पहलः अंतर-पीढ़ीगत संवाद को मिलेगी नई उड़ान, वरिष्ठ और युवा जुड़ेंगे अनुभव से।

राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल।

 राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल।
Spread the love

राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर मिला जिसमें भिक्षा से शिक्षा की ओर, जिला प्रशासन की सराहनीय पहल।

 (शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं घुमतू बच्चे)

उत्तराखंड (देहरादून) रविवार, ,07 सितम्बर 2025

मा0 मुख्यमंत्री की प्रेरणा एवं निर्देशन में जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में बाल भिक्षावृत्ति, बाल मजदूरी से रेस्क्यू किए जा रहे बच्चों के मन रिफॉर्म हेतु आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर बनाया गया है, जहां से बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि देहरादून में बाल भिक्षावृत्ति निवारण के लिए भी एक विशिष्ट प्रयास किया जा रहा है, जिसके माध्यम से बालक-बालिकाओं को “भिक्षा की विवशता से निकालकर शिक्षा के अधिकार” से जोड़ा जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 3 रेस्क्यू वाहनों के साथ अंतरविभागीय टीम गठित की गई है।होमगार्ड, चाइल्ड हेल्पलाइन, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, पुलिस विभाग और कई गैर-सरकारी संस्थाओं को इस टीम में सम्मिलित किया गया है।

जिला प्रशासन की टीम द्वारा टीम द्वारा पहले चरण में 51 बच्चों को रेस्क्यू कराकर विभिन्न स्कूलों में डाला जा चुका है। दूसरे चरण में 31 बच्चों को राजकीय प्राथमिक विद्यालय परेड ग्राउंड और साधूराम इंटर कॉलेज में दाखिला दिलाया गया है।हम रेस्क्यू किए बच्चों के लिए डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की लागत से साधूराम इंटर कॉलेज में इंटेसिव केयर सेंटर का निर्माण भी करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस प्रयास को तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमारे राज्य का प्रत्येक बच्चा स्कूल नहीं जाने लगता।

Related post

error: Content is protected !!