जंगल में लगी भीषण आग में लीसा निकालने के काम में नेपाली श्रमिको की मोके पर मौत।
जंगल में लगी भीषण आग में लीसा निकालने के काम में नेपाली श्रमिको की मोके पर मौत।
(पूजा पत्नी ज्ञान बहादुर और तारा पत्नी दीपक पुजारा को अत्यंत गंभीर हालत में गत दिवस हल्द्वानी रेफर किया )
उत्तराखंड (सोमेश्वर) शुक्रवार, 03 मई 2024
जिले की सोमेश्वर विधानसभा सीट के स्यूनराकोट के जंगल में लगी भीषण आग में झुलसे तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। दो लीसा श्रमिकों का गत दिवस निधन हो गया था। वहीं सुशीला तिवारी रेफर की गई दो में से एक महिला ने भी आज शुक्रवार को दम तोड़ दिया
जंगल में लीसा निकालने के काम में कुछ नेपाली श्रमिक लगे हुए थे। साथ में उनकी पत्नियां भी मदद कर रही थीं। अचानक तेज लपटों के बीच घिर गए। आग बुझाने का प्रयास करते करते हुए दो श्रमिकों की मौत हो गई। वहीं इनकी पत्नियां भी गंभीर रूप से झुलस गई थीं।
बेस अस्पताल के सीएमएस डॉ अशोक ने बताया कि अस्पताल में आग से झुलसे हुए तीन लोगों को लाया गया था। दीपक बहादुर की पहले ही मौत हो गई थी। घायलों में शामिल लोग करीब 90 प्रतिशत से अधिक जल चुके थे। प्राथमिक उपचार के बाद इन्हें हल्द्वानी रेफर किया गया। वहीं इलाज के दौरान एक अन्य लीसा श्रमिक ज्ञानेश ने भी दम तोड़ दिया था। तारा और पूजा को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी भेजा गया।
वन क्षेत्राधिकारी अल्मोड़ा रेंज मोहन राम आर्य ने कहा कि वनाग्नि की घटना में दो लीसा श्रमिकों की आग बुझाने के दौरान दर्दनाक मौत हो गई। जिनमें से एक की तो मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य ने हल्द्वानी रेफर करते समय दम तोड़ दिया। दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों में दीपक पुजारा 35 वर्ष व ज्ञान बहादुर 40 साल हैं। इसके अलावा पूजा पत्नी ज्ञान बहादुर और तारा पत्नी दीपक पुजारा को अत्यंत गंभीर हालत में गत दिवस हल्द्वानी रेफर कर दिया गया था।