Breaking News

भैयादूज पर्व के दिन श्रीकेदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।

 भैयादूज पर्व के दिन श्रीकेदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।
Spread the love

भैयादूज पर्व के दिन श्रीकेदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।

(आज दोपहर बाबा केदार के क्षेत्रपाल भगवान भुकुंड भैरवनाथ की अंतिम पूजा की जाएगी)

उत्तराखंड (रूद्रप्रयाग) शनिवार, 11 नवंबर 2023

भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आज दोपहर बाबा केदार के क्षेत्रपाल भगवान भुकुंड भैरवनाथ की अंतिम पूजा की जाएगी। इसके साथ ही केदारनाथ मंदिर में बाबा केदार की सांयकालीन आरती भी बंद हो जाएगी। भैयादूज पर्व पर श्रीकेदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।

समुद्रतल से 11750 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम के रक्षक व क्षेत्रपाल के रूप में पूजनीय भकुंड भैरवनाथ की शनिवार दोपहर एक बजे से विशेष.पूजा.अर्चना शुरू होगी।इस दौरान देश की सुख.संपन्नता के लिए यज्ञ. हवन किया जाएगा। इसके बाद दोपहर तीन बजे भगवान भुकुंड भैरव की इस साल की अंतिम पूजा होगी। इसके बाद शीतकाल के लिए पूजन बंद हो जाएगा।इधर, केदारनाथ मंदिर में भी श्रद्धालु दोपहर 12 बजे तक ही बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे।

इसके बाद मंदिर को भक्तों के दर्शनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। मंदिर के गर्भगृह में साफ-सफाई की जाएगी।दोपहर एक बजे मंदिर के मुख्य पुजारी शिव लिंग, धर्माचार्य, वेदपाठी, अधिकारी.कर्मचारी व भैरवनाथ के तीर्थपुरोहित भैरव शिला के लिए प्रस्थान करेंगे।जहां पर धार्मिक परंपराओं का निर्वहन कर दोपहर तीन बजे भैरवनाथ मंदिर में साल की अंतिम पूजा होगी। शाम 4 बजे से केदारनाथ मंदिर में भक्त दर्शन कर सकेंगे। श्रीबदरीनाथ.केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया भगवान भकुंड भैरव की पूजा बंद होने के उपरांत भी केदारनाथ की यात्रा चलती रहेगी।

Related post

error: Content is protected !!