साइबर क्राईम पुलिस ने मैक्स लाईफ इंश्योरेंस के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले राष्ट्रीय गिरोह के सदस्यों को गिरप्तार किया।
साइबर क्राईम पुलिस ने मैक्स लाईफ इंश्योरेंस के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले राष्ट्रीय गिरोह के सदस्यों को गिरप्तार किया।
(देशभर में की गयी 1.30 करोड़ की ठगी)
उत्तराखंड (देहरादून) बुधवार,05 अप्रैल 2023
साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून में शिकायतकर्ता विनोद कुमारी बंसल द्वारा दर्ज किये गये प्रकरण में अज्ञात द्वारा स्वंय को मैक्स लाईफ इन्सोरेन्स कम्पनी से बताते हुए शिकायतकर्ता से विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर पोलिसी में समस्या बताते हुए समस्या को ठीक करने हेतु बैंक डिटेल प्राप्त कर पैसो की मांग की गयी और पाॅलीसी के “Tendor” में इन्वेस्ट कर लाभ कमाने का लालच देकर 95,10,900 रुपये की धनराशि धोखे से प्राप्त कर ली गयी। इस प्रकरण में मुख्य अभियुक्त मनीष पाल पुत्र मदन लाल एवं राहुल पाण्डे पुत्र साधू प्रसाद पाण्डे निवासीगण निहाल विहार पश्चिमि दिल्ली को गिरप्तार किया। विवेचना में डिजीटली और मैनुअली इस गिरोह के सदस्यों की जानकारी करते हुये दो औरं अभियुक्तों को दिल्ली से गिरफ्तार कर अभियोग से सम्बन्धित 03 अदद मोबाईल फोन 07 सिम कार्ड 03 डेबिट कार्ड बरामद किये गये। इसके अलावा पकड़े गये अभियुक्तों सेे एसटीएफ द्वारा काफी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड और बैंक एकाउन्ट की बरामदगी की गयी जिनका उपयोग इस गिरोह द्वारा लोगों से ठगी कर प्राप्त रकम को ठिकाने लगाने के लिये किया जाता था।
पीड़ित महिला ने बताया कि 2017 में 10 वर्ष की मैक्स लाईफ इन्सोरेन्स पोलिसी खरीदी गयी , जिसकी मैच्यूरिटी वर्ष 2027 में पूर्ण होनी थी। इसी दौरान वर्ष 2022 में शिकायतकर्ता को अज्ञात नम्बर द्वारा कॉल किया गया जिसमें उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वंय को मैक्स लाईफ इन्सोरेन्स से बताया व पोलिसी में कुछ समस्या होने पर किसी कारण उक्त पोलिसी को रोक दिया गया है और वह इस समस्या को हल करने में मदद कर सकता है तथा साथ ही यह भी बताया गया कि उसकी बीमा कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों से जान पहचान हैं जिसके लिये कुछ पैसे लगेंगे जिस पर उसके द्वारा दिये गये खाते में पैसे स्थानान्तरित किये गये। जिसके उपरान्त कुछ दिनो पश्चात उक्त व्यक्ति द्वारा पुनः शिकायतकर्ता को अन्य नम्बरों से कॉल करते हुए समस्या हल होने की बात कही गयी व बीमा कम्पनी के पैसा का भुगतान हो गया है। जिसके पश्चात उक्त व्यक्ति द्वारा सुनियोजित तरीके से पोलिसी की धनराशि को निवेश करने के नाम पर धनराशि का तीन गुना लाभ कमाने का लालच देकर उनके साथ धोखाधड़ी की गयी।