उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य गुलाम मुस्तफा ने ईद के दिन ईदगाहों एवं मस्जिदों की आसपास पर्याप्त सुरक्षा-व्यवस्था की मांग की।
उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य गुलाम मुस्तफा ने ईद के दिन ईदगाहों एवं मस्जिदों की आसपास पर्याप्त सुरक्षा-व्यवस्था की मांग की।
(ईद-उल-फितर वर्ष में मात्र एक बार मनाया जाता)
उत्तराखंड (देहरादून) शुक्रवार, 24 मार्च 2023
सदस्य उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग, गुलाम मुस्तफा ने अवगत कराया है कि 24 मार्च, 2023 से रमज़ान-उल-मुबारक का पवित्र महीना शुरू हो रहा है, जिसमें सभी मुस्लिम इबादत करते है तथा माह के अन्त में बहुत बड़ा त्यौहार ईद-उल-फितर, जो वर्ष में मात्र एक बार मनाया जाता है तथा रमज़ान माह में प्रत्येक रात्रि को तरावी की नमाज़ अदा की जाती है, जिसके कारण मस्जिदों में काफी भीड़ होती है एवं ईद के दिन ईदगाह और मस्जिदों में काफी संख्या में नमाज़ी एकत्रित होते है, जिसके दृष्टिगत प्रदेश के समस्त जनपदों के शहर-ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित मस्जिद परिसर के आसपास साफ-सफाई, बिजली/पानी की आपूर्ति एवं सहरी/रोज़ा इफ्तार/तरावी के समय एवं ईद के दिन ईदगाहों एवं मस्जिदों की आसपास सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने की अपेक्षा उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग, देहरादून द्वारा मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन, देहरादून को पत्र 23 मार्च 2023, को प्रेषित की है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो सके।