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आपदा प्रबन्धन केन्द्र ने आपदा कि स्थिति से निपटने के लिए माॅकड्रिल किया।

 आपदा प्रबन्धन केन्द्र ने आपदा कि स्थिति से निपटने के लिए माॅकड्रिल किया।
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आपदा प्रबन्धन केन्द्र ने आपदा कि स्थिति से निपटने के लिए माॅकड्रिल किया।

(माॅकड्रिल के बाद डी-ब्रीफिंग की गई जिसमें किस प्रकार  जानमाल/पशुहानि को रोका जाए)

उत्तराखंड (देहरादून) वीरवार, 03 नवम्बर 2022

आपदा परिचालन केंद्र देहरादून में आज प्रातः 11ः30 सूचना प्राप्त हुई के अनुसार तहसील विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत सेलाकूई में स्थित लिंडे इण्डिया लिमिटेड देहरादून एम0आई0 सेन्ट्रल होप टाउन ट्विन इंडस्ट्रियल एरिया, फेज 2 सेलाकूई, विकासनगर में प्रोपेन गैस रिसाव होने की सूचना पर जनपद के आईआरएस टीम को सायरन एवं वाट्एप्प के माध्यम से सक्रिय किया गया। आपदा प्रबन्धन केन्द्र से मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान ने मोर्चा संभालते तुए नजदीकी तहसील स्तर की गठित टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए घटना स्थल को रवाना किया।  सम्बन्धित अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यों को सम्पादित करने में जुट गए, जबकि घटना स्थल पर बनाए गए स्टेजिंग एरिया में उप जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार के नेतृत्व में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस टीम द्वारा मौके पर पंहुचकर राहत बचाव कार्य शुरू किया। माॅकड्रिल, रेस्क्यू के दौरान 06 गंभीर व्यक्तियों को पीएचसी से हायर सेन्टर तथा 04 लोगों को पीएचसी सेलाकुई में भर्ती कराए गए, जबकि 07 लोग सुरक्षित निकल आए। मुख्य विकास अधिकारी एवं टीम द्वारा घटना स्थल की जानकारी वर्चुअल के माध्यम से भी ली गई।

आपदा कन्ट्रोल रूम को प्रातः 11ः30 बजे प्राप्त रसायनिक रिसाव की सूचना पर आपदा कन्ट्रोल रूम से समस्त आईआरएस टीम को घटना से अवगत कराया गया। आपदा कन्ट्रोल रूम में मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी प्रातः 11ः35 बजे पहुंच गए जबकि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी कन्ट्रोल रूम/कार्यालय में पूर्व से ही उपस्थित थे। 11ः40 बजे सभी टीमें मौके पर ही पहुंचते हुए राहत बचाव कार्य संपादित किए जिससे जानमाल का कोई नुक्सान नहीं हुआ। जिस समय यह घटना हुई उस समय लिंडे इण्डिया लिमिटेड में 17 लोग कार्य कर रहे थे, 07 लोग निकल आए, 10 लोगों के फंसे हुए थे, जिन्हें रेस्क्यू किया गया। अपराह्न 12ः30 बजे रेस्क्यू आपरेशन पूर्ण कर लिया गया इस दौरान फैक्ट्री में फंसे सभी 10 लोगों को रेस्क्यू किया गया जिन्हें पीएचसी सेलाकुई भेजा गया जिनमें 6 व्यक्ति की हालत गंभीर होने पर पीएचसी से हायर सेन्टर रेफर किया गया तथा 4 व्यक्तियों का उपचार पीएचसी सेलाकुई में उपचारत है।

माॅक अभ्यास के उपरान्त आपदा प्रचालन केन्द्र में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में आपदा राहत बचाव कार्य के संबंध में डी-ब्रीफिंग का आयोजन किया गया। अपर जिलाधिकारी ने रेस्क्यू आपरेशन के दौरान सामने आई मुश्किलों/कमियों पर चर्चा करते हुए भविष्य में और अधिक सक्रिय प्लान करने तथा विगत वर्षाे मे घटित हुई घटनाओं में रेस्क्यू के दौरान सामने आई दिक्कतें एवं कठिनाईयां भविष्य में न हो इसके लिए बेहतर प्लान तैयार करने पर बल दिया साथ ही माॅक अभ्यास में विभिन्न विशेषज्ञों को भी शामिल करने को कहा ताकि किसी भी आपदा में किस प्रकार त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए जानमाल/पशुहानि को रोका जाए। उन्होंने वर्ष में दो बार माॅक अभ्यास करने को कहा साथ ही इन्डस्ट्रीयों में विशेषज्ञों के साथ रेस्क्यू टीमों एवं जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा कैमिकल इण्डस्ट्रीज का प्रतिवर्ष निरीक्षण करने व इण्डस्ट्रीज के सेफ्टी मैनेजर से चर्चा की जाए ताकि भविष्य में किसी प्रकार की संभावित घटना घटित होने पर टीमों द्वारा आपसी समन्वय के साथ त्वरित प्रतिक्रिया की जा सके।

 

बैठक में उप जिलाधिकारी ऋषिकेश नदंन कुमार, विकासनगर विनोद कुमार, एसीजीडी एनडीआरएफ अजय पंत व डीसी/जीडी रविशकंर बधानी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 दिनेश चैहान, जिला कमाण्डेंट होमगार्ड डाॅ0 राहुल सचान, सहायक निदेशक सूचना बीसी नेगी, जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार, जिला पंचायतीराज अधिकारी एम.एम खान, निरीक्षक एनडीआरएफ अरविन्द कुमार व मंयक कुमार, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी डाॅ0 दीपशिखा रावत सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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